टाटा कैपिटल का IPO अक्टूबर में लॉन्च हो सकता है:2025 का सबसे बड़ा IPO होगा; इश्यू से ₹17,200 करोड़ जुटाएगी कंपनी
टाटा ग्रुप की फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी टाटा कैपिटल अपना IPO लाने के लिए तैयारी कर रही है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी का IPO अक्टूबर में आ सकता है। इस इश्यू से कंपनी करीब 17,200 करोड़ रुपए जुटा सकती है। अगर ऐसा होता है तो यह 2025 का सबसे बड़ा इश्यू होगा।
रिपोर्ट्स के अनुसार,
IPO से कंपनी की
नजर 18 बिलियन डॉलर
यानी 1.59 लाख करोड़
रुपए की वैल्यूएशन
पर है। कंपनी
ने IPO के लिए 4
अगस्त को मार्केट
रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज
बोर्ड ऑफ इंडिया
(SEBI) के पास अपडेटेड
ड्राफ्ट रेड हेरिंग
प्रॉस्पेक्टस (DRHP) यानी ड्राफ्ट
पेपर्स फाइल किए
थे।
कंपनी IPO
में टोटल 47.58 करोड़ शेयर्स बेचेगी
इश्यू में कंपनी
टोटल 47.58 करोड़ शेयर्स
बेचेगी। इसमें 21 करोड़
इक्विटी शेयरों का
फ्रेश इश्यू और
26.58 करोड़ शेयरों ऑफर-फॉर-सेल
यानी OFS शामिल है।
वहीं टाटा कैपिटल
के IPO में टाटा
संस ऑफर फॉर सेल (OFS) में अपने
23 करोड़ शेयर बेचेगी,
जबकि इंटरनेशनल फाइनेंस
कॉर्पोरेशन 3.58 करोड़ शेयर
बेचेगा।
कंपनी ने कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग की थी
कंपनी ने 5 महीने
पहले IPO के लिए
SEBI के पास ड्राफ्ट
पेपर्स फाइल किए
थे। मीडिया रिपोर्ट्स
के अनुसार, टाटा
कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज
लिमिटेड की IPO के
लिए सेबी के पास यह
प्री-फाइलिंग कॉन्फिडेंशियल
थी।
नवंबर 2022 में SEBI ने कॉन्फिडेंशियल
प्री-फाइलिंग रूट
पेश किया गया
था। इसके तहत
कंपनियों को अपनी
जरूरी बिजनेस डिटेल्स
पब्लिक किए बिना
अपना DRHP फाइल करने
में सहायता मिलती
है।
टाटा संस की टाटा
कैपिटल में करीब 93% हिस्सेदारी
टाटा संस, टाटा
कैपिटल की होल्डिंग
कंपनी है। इसके
पास टाटा कैपिटल
में करीब 93% हिस्सेदारी
है। बाकी हिस्सेदारी
टाटा ग्रुप की
अन्य कंपनियों और
ट्रस्टों के पास
है। टाटा कैपिटल
को रिजर्व बैंक
ऑफ इंडिया (RBI) की
ओर से अपर लेयर NBFC (नॉन बैंकिंग
फाइनेंशियल कंपनी) का
दर्जा मिला हुआ
है।
लिस्टिंग के लिए 10 इन्वेस्टमेंट
बैंकों को नियुक्त किया
टाटा कैपिटल ने
लिस्टिंग के लिए
सलाहकार के तौर पर 10 इन्वेस्टमेंट
बैंकों को नियुक्त
किया है। इन बैंकों में
कोटक महिंद्रा कैपिटल,
सिटी, जेपी मॉर्गन,
एक्सिस कैपिटल, ICICI सिक्योरिटीज,
HSBC सिक्योरिटीज, IIFL कैपिटल, BNP पारिबास, SBI कैपिटल
और HDFC बैंक शामिल
हैं।
सितंबर
2022 में NBFC में शामिल हुई
थी कंपनी
RBI के आदेश के
अनुसार, अपर लेयर
NBFC के लिए यह मान्यता मिलने के
3 साल के अंदर शेयर बाजारों
में लिस्ट होना
जरूरी है। टाटा
कैपिटल ने सितंबर
2022 में अपर लेयर
NBFC में क्वालिफाई किया था।
यानी RBI के नियम
के तहत, टाटा
कैपिटल के पास खुद को
शेयर बाजार में
लिस्ट कराने के
लिए सितंबर 2025 तक
का समय है।
IPO के
लिए बोर्ड की मंजूरी
फरवरी में मिली थी
टाटा कैपिटल को
IPO के लिए अपने
बोर्ड की मंजूरी
फरवरी महीने में
मिली थी। IPO से
पहले बोर्ड ने
फरवरी में ₹1,504 करोड़
के राइट्स इश्यू
को भी मंजूरी
दी थी। 2023 में
टाटा टेक्नोलॉजीज की
लिस्टिंग के बाद
यह टाटा ग्रुप
की किसी कंपनी
का पहला IPO होगा।
कंपनी का AUM 1.58 लाख करोड़
रुपए (31 मार्च 2024 तक) था। पर्सनल लोन,
होम लोन, गाड़ी
के लिए लोन,
कॉमर्शियल वाहनों के
लिए लोन और बिजनेस लोन
देती है। इसके
अलावा क्रेडिट कार्ड
और डिजिटल लोन
भी उपलब्ध कराती
है।
IPO से
पहले कंपनी के फाइनेंशियल्स
में शानदार ग्रोथ
टाटा कैपिटल ने
IPO से पहले अपने
फाइनेंशियल परफॉर्मेंस में शानदार
ग्रोथ दर्ज की है। मार्च
2025 तिमाही में कंपनी
का नेट प्रॉफिट
पिछले साल की समान तिमाही
के 765 करोड़ रुपए
की तुलना में
31% बढ़कर 1,000 करोड़ रुपए
हो गया। इसी
अवधि में कंपनी
का ऑपरेशन से
रेवेन्यू 4,998 करोड़ रुपए
से 50% बढ़कर 7,478 करोड़
रुपए पर पहुंच
गया।
वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी
का टोटल नेट
प्रॉफिट सालाना आधार
पर 3,327 करोड़ रुपए
से बढ़कर 3,655 करोड़
रुपए रहा। वहीं
कंपनी का टोटल रेवेन्यू 18,175 करोड़ रुपए
से बढ़कर 28,313 करोड़
रुपए हो गया।
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